RSS Pracharak Manakchand News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक और ‘पाथेय कण’ पत्रिका के संरक्षक माणकचंद (भाईजी) का बुधवार दोपहर 12:15 बजे जयपुर के एसएमएस अस्पताल में निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे और लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे।

संघ के साथ उनका जुड़ाव छह दशकों तक रहा। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन संघ कार्य और राष्ट्र सेवा को समर्पित किया। संघ परिवार में वे अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यपरायणता के प्रतीक माने जाते थे। ‘पाथेय कण’ में उनकी भूमिका प्रबंध संपादक के रूप में 34 वर्षों तक रही।
माणकचंद ने अपना सम्पूर्ण जीवन संघ कार्य को समर्पित करते हुए प्रचारक जीवन की कठिन साधना की। माणकचंद का जन्म 2 नवम्बर 1942 को नागौर जिले के कसारी-बड़ा गांव में हुआ था। 1966 में वे पूर्णकालिक प्रचारक बने और छह दशक तक राजस्थान सहित विभिन्न स्थानों पर संगठनात्मक, बौद्धिक एवं वैचारिक कार्य में संलग्न रहे।
बुधवार को उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन हेतु पाथेय भवन, मालवीय नगर में रखा गया। शाम 4 बजे अंतिम यात्रा के बाद अंतिम संस्कार झालाना मोक्षधाम में किया गया। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी, स्वयंसेवक और सामाजिक कार्यकर्ता श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया और उन्हें राष्ट्र सेवा का समर्पित व्यक्तित्व बताया।