श्रीशैलम, आंध्र प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आंध्र प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर नंद्याल जिले में स्थित प्रसिद्ध श्री मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की। यह मंदिर धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक होने के साथ-साथ देवी सती के 52 शक्तिपीठों में भी गिना जाता है। यह भारत का एकमात्र ऐसा पवित्र स्थल है जहाँ ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ एक ही परिसर में स्थित हैं।
रुद्राभिषेक और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
प्रधानमंत्री मोदी मंदिर परिसर में पारंपरिक वेश-भूषा में पहुँचे और ‘रुद्राभिषेक’ सहित विभिन्न वैदिक अनुष्ठानों में भाग लिया। मंदिर के पुजारियों ने उन्हें मंदिर की अनूठी विशेषताओं और इसके ऐतिहासिक महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर देशवासियों के कल्याण के लिए प्रार्थना करने की जानकारी साझा की।
शिवाजी स्मृति केंद्र का दौरा और विकास परियोजनाएं
- शिवाजी स्मृति केंद्र: मंदिर में दर्शन के बाद, प्रधानमंत्री ने श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का भी दौरा किया। यह केंद्र 1677 में छत्रपति शिवाजी महाराज की श्रीशैलम की पवित्र तीर्थयात्रा की स्मृति में स्थापित किया गया था।