Ramganjmandi News: हाड़ौती अंचल के कोटा संभाग में शारदीय नवरात्रि का पर्व इस वर्ष एक विशेष कारण से चर्चा में रहा—युवा शक्ति की सक्रिय भागीदारी। रामगंजमंडी तहसील के गादिया गांव (Gadiya Village) में, 9 दिन देवी मां की भक्ति में लीन रहने के बाद, गांव के युवाओं ने पूरे उत्साह और धूमधाम से माता रानी की विदाई की।

गादिया गांव के युवाओं ने न केवल नवरात्रि बल्कि पूरे साल हर तीज-त्यौहार को भव्यता से मनाने की परंपरा स्थापित की है। शारदीय नवरात्रि के दौरान भी यहाँ कई भव्य आयोजन किए गए, जिसने ग्रामीणों का उत्साह चरम पर पहुँचा दिया।
युवाओं का उत्साह रहा देखते ही बना
नवरात्रि उत्सव के दौरान डांडिया रास, कवि सम्मेलन समेत कई प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई गईं। रात भर चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गरबा-डांडिया रास में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने भागीदारी की।
इस आयोजन की सबसे खास बात यह रही कि यह संपूर्ण कार्यक्रम पूरी तरह से युवाओं ने स्वयं के विवेक से आयोजित किया था। न केवल कार्यक्रमों की रूपरेखा, बल्कि धन संग्रह और व्यवस्थापन का कार्य भी युवा पीढ़ी ने ही संभाला।

आध्यात्म की ओर सक्रिय ‘जेनजी’
गादिया गांव के इन युवाओं ने यह साबित कर दिया है कि वर्तमान में जिस ‘जेनजी’ (Gen Z) की चर्चाएँ तेज हैं, वह केवल डिजिटल दुनिया तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आध्यात्म की ओर भी सक्रिय रूप से शामिल है। अपने त्योहारों और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति उनकी जागरूकता और समर्पण यह दिखाता है कि नई पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी हुई है और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए कटिबद्ध है।
9 दिनों की भक्ति के बाद, देवी प्रतिमा का पारंपरिक रूप से विसर्जन किया गया, लेकिन युवाओं के उत्साह और अनुशासन ने गादिया गांव को हाड़ौती में आस्था और संगठन का एक नया केंद्र बना दिया।
