जयपुर, 21 सितंबर 2024। विश्व हिंदू परिषद् (VHP) के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने जयपुर में आयोजित बजरंग दल (Bajrang Dal) की अखिल भारतीय बैठक में कहा कि बजरंग दल हिंदू समाज (Hindu Samaj) के खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक हो रहे धर्मांतरण और मुस्लिम समाज (Muslim Samaj) के एक वर्ग द्वारा फैलाए जा रहे लव जिहाद (Love Zihad) के कुचक्र को तोड़ेगा। इस दो दिवसीय बैठक में 21 और 22 सितंबर को देशभर के सौ से अधिक प्रमुख कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
बैठक में हिंदू समाज के विरुद्ध हो रहे धर्मांतरण और लव जिहाद के आक्रमण को रोकने के लिए कई ठोस उपायों पर चर्चा की गई। श्री परांडे ने कहा कि बजरंग दल हिंदू समाज की सेवा, संस्कार, और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध युवा संगठन है। उन्होंने बताया कि युवाओं में नशामुक्ति के प्रति जागरूकता लाने के लिए 23 से 30 नवंबर तक “रन फॉर हेल्थ” मैराथन का आयोजन प्रखंड स्तर पर किया जाएगा। इस 10 दिवसीय अभियान में देशभर में 7 हजार से अधिक स्थानों पर लाखों युवा भाग लेंगे।
इसके अलावा, हिंदू समाज में धार्मिक भावनाओं को जागृत करने के उद्देश्य से त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें पूरे देश में व्यापक पैमाने पर धार्मिक चिह्नों का वितरण किया जाएगा।
श्री तिरुपति मंदिर की घटना पर आक्रोश
श्री मिलिंद परांडे ने श्री तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कथित रूप से पशु चर्बी वाले घी के उपयोग पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने इसे हिंदू समाज की आस्था का अपमान बताते हुए कहा कि मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण और अन्य धर्मों के लोगों को मंदिर प्रबंधन में शामिल करने की वजह से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने मांग की कि हिंदू मंदिरों पर केवल हिंदू समाज का ही नियंत्रण होना चाहिए ताकि मंदिर धर्म और समाजसेवा का केंद्र बन सकें।
तुष्टिकरण और मतांतरण पर सख्त कानून की मांग
उन्होंने तुष्टिकरण की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि देश के 10 राज्यों में मतांतरण के खिलाफ कानून है, लेकिन पूरे देश में इसे रोकने के लिए केंद्रीय कानून की आवश्यकता है। वक्फ संपत्ति पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वक्फ की तुलना मंदिरों से करना गलत है और विश्व हिंदू परिषद् राष्ट्रहित में किए जा रहे वक्फ संशोधनों का समर्थन करती है।
जिहादी हिंसा पर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता
श्री परांडे ने हाल ही में गणपति उत्सव और अन्य हिंदू शोभायात्राओं पर हुए पथराव की घटनाओं पर नाराजगी जताई और इसे जिहादी मानसिकता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी हिंसक घटनाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई आवश्यक है और शोभायात्राओं के मार्गों पर ड्रोन से निगरानी की जानी चाहिए।
रेलवे पर हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये हमले राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं, और इन घटनाओं में नाबालिगों के इस्तेमाल पर चिंता जताई। उन्होंने मांग की कि ऐसे गंभीर अपराधों में नाबालिगों पर भी वयस्कों की तरह सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस बैठक का उद्देश्य हिंदू समाज के प्रति हो रहे षड्यंत्रों का सामना करना और धर्मांतरण, लव जिहाद, तथा जिहादी हिंसा के खिलाफ ठोस कदम उठाना है।