राजस्थान की विधानसभा में 3 जुलाई, 2024 से बजट सत्र का आगाज होने जा रहा है, जिसमें भजनलाल सरकार अपना पहला पूर्ण बजट 10 जुलाई को पेश करेगी। इस बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल कलराज मिश्र की मंजूरी के साथ होगी, जिन्होंने विधानसभा सत्र बुलाने की स्वीकृति प्रदान की है।
इस बजट सत्र का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि भजनलाल सरकार ने फरवरी में चार महीने का लेखानुदान पेश किया था, जो अप्रैल से जुलाई तक के खर्चों के लिए था। अब, सरकार द्वारा पूर्ण बजट पेश किया जाना राज्य के विकास और वित्तीय योजनाओं की दिशा को नया आयाम देगा।
विधानसभा के इस सत्र की एक और खास बात यह है कि इसे पूर्ण रूप से डिजिटल और पेपरलेस बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। स्पीकर वासुदेव देवनानी की पहल पर, विधानसभा को डिजिटल बनाने के लिए नवा प्रोजेक्ट की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें सदस्यों की सीटों पर कंप्यूटर और टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे।
राजस्थान के लोगों की नजरें अब इस बजट पर टिकी हैं, जिसमें उन्हें विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नई योजनाओं और पहलों की उम्मीद है। यह बजट सत्र राज्य के भविष्य की दिशा तय करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।