चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता लागू कर दी है। इस बार चुनाव में सोशल मीडिया को मुख्य हथियार बनाने से पहले अनुमति लेनी होगी। अब प्रत्याशी के समर्थन में की जाने वाले सभी सोशल मीडिया पोस्ट की जवाबदेही प्रत्याशी की होगी।
नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रशासन की ओर से प्रत्याशी को इस संबंध में नोटिस भी भेजा जाएगा। प्रचार प्रसार के लिए उपयोग किये जाने वाले सभी प्लेटफार्म निगरानी में होंगे। जिला स्तर पर चुनाव आयोग के निर्देश पर अनुकरण कमेटी के गठन किया जाएगा।
सोशल मीडिया क्यों जरुरी
देश में सोशल मीडिया 40 प्रतिशत लोग सक्रिय यूजर हैं। 8 करोड़ यूट्यूबर है देश में जिनमें अधिकांश युवा हैं। फेसबुक और वाट्सएप के बाद अब यूट्यूब के साथ इन्स्टाग्राम राजनैतिक दलों के प्रचार का साधन बन रहे है। इसका एक कारण 3 घंटे औसतन एक युवा सोशल मीडिया पर बताना है।