युवा साथी संगठन द्वारा राजस्थान राज्य में युवा नीति के निर्माण हेतु विभिन्न जिलों में “अरुणिमा” अभियान के अंतर्गत अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में उदयपुर स्थित कोटडा पंचायत समिति में युवा नीति पर 16 जून रविवार प्रातः 10 बजे से कोटडा पंचायत समिति भवन मे संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जनजातीय क्षेत्र में निवास करने वाले युवाओं की “राज्य की युवा नीति में भूमिका” विषय पर विमर्श किया गया।
सरस्वती माता, राणा पुंजा एवं बिरसा मुण्डा की तस्वीर पर पुष्पार्जन एवं दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया।
युवा देश के भविष्य, मैकाले की शिक्षा पद्धति को खत्म कर गुरुकुल परंपरा लानी होगी – बाबूलाल खराडी
कार्यक्रम के प्रारंभ में युवा साथी संगठन के अध्यक्ष श्री मनु काम्बोज ने युवा साथी संगठन के द्वारा की जा रही विभिन्न युवा विकास गतिविधियों से सभी को अवगत करावाया एवं “अरुणिमा” युवा नीति अभियान के अंतर्गत राजस्थान के विभिन्न ज़िलों में की जा रही गोष्ठियों की जानकारी दी।
मुख्य अतिथि श्री बाबूलाल जी खराड़ी (कैबिनेट मंत्री, जनजाति एवं गृह रक्षा विभाग, राजस्थान सरकार), श्री मन्नालाल जी रावत (लोकसभा सांसद, उदयपुर) एवं श्री अभिनव पांड्या (राष्ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश नीति विशेषज्ञ) ने अपने सुझाव एवं विचार रखे। समारोह मे युवाओ ने युवा नीति को लेकर मंच पर अपने सुझाव दिये। कैबिनेट मंत्री श्री बाबूलाल खराडी के कहा कि युवा देश के भविष्य है और पूर्व में जो गुरुकुल शिक्षा पद्धति थी उसमें राष्ट्र एवं धर्म के प्रति समर्पित होना सिखाया जाता था लेकिन अब मैकाले शिक्षा पद्धति से गुरुकुल परंपरा को समाप्त कर दिया गया है। साथ ही सांसद उदयपुर सांसद श्री मन्नालाल रावत द्वारा कहा गया कि जनजाति युवाओं को बाहरी शक्तियां से बच के रहना चाहिए जो उन्हें सनातन से दूर करने की कोशिश कर रही हैं तथा उन्हें अपनी जड़ों को पहचानना चाहिए।
कार्यक्रम में उदयपुर के साथ ही बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ जिले से आए युवाओं ने भी युवा नीति पर अपने ज़िले का प्रतिनिधित्व किया एवं जन प्रतिनिधियों ने भी मंच से युवा नीति पर अपने विचार सुझाव रखे।
जिले की विशिष्ट खेल प्रतिभाओ पिपलिया के मुकेश मीणा,खुशी पंवार सहित जनजाति प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधि, जिले के गण मान्य लोग युवा, खेल प्रतिभाएँ एवं महिलाएँ उपस्थित थी। कार्यक्रम के अंत में युवा साथी संगठन के सचिव श्री धनंजय दिवाकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं वन्दे मातरम् के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन श्री रविकांत जी द्वारा किया गया।