
रामगंजमंडी। एशिया की सबसे बड़ी मानी जाने वाली रामगंजमंडी कृषि उपज मंडी इन दिनों अव्यवस्थाओं का गढ़ बनती जा रही है। किसानों की मेहनत की असली उपज के बीच अब वह सामान भी बेचा जाने लगा है, जिसे किसान कचरा समझकर फेंक देते हैं। हैरानी की बात यह है कि यही धनिया कचरा व्यापारियों द्वारा मंडी परिसर में खुलेआम ढेर करके बेचा जा रहा था। गुरुवार को भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तो हड़कंप मच गया। मंडी कर्मचारियों को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी और यह धंधा रुकवाया गया। जानकारी के अनुसार एक ट्रक धनिया कचरे का, जिसका वाहन नंबर एमपी 08-7422 था मंडी में बेचने आया। यह माल कुंभराज मंडी का बताया जा रहा है। किसान संघ की सजगता से इस ट्रक को रोककर तुरंत वापस भेजा गया।
भारतीय किसान संघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में मंडी में इस तरह का कचरा या घटिया माल बेचने की कोशिश की गई तो सख्त विरोध दर्ज कराया जाएगा। किसानों से भी अपील की गई है कि यदि कहीं भी ऐसी स्थिति दिखे तो तुरंत कृषि उपज मंडी कार्यालय या किसान संघ को सूचित करें।