चिकित्सा विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान की महत्वपूर्ण भूमिका पर भारतीय शिक्षा मंडल और SMS मेडिकल कॉलेज की संयुक्त राष्ट्रीय संगोष्ठी

भारतीय शिक्षा मंडल, जयपुर प्रांत, और SMS मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जयपुर के सहयोग से “चिकित्सा विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान की महत्वपूर्ण भूमिका: विकसित भारत के दृष्टिकोण” शीर्षक वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 29 जुलाई 2024 को सुबह 10:00 बजे किया जाएगा।

यह संगोष्ठी हाइब्रिड मोड में आयोजित की जाएगी और इसमें चिकित्सा विज्ञान, शिक्षा, और अनुसंधान के विकसित भारत (विकसित भारत) निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान पर चर्चा की जाएगी। इस आयोजन में “शोध आनंदशाला (शोध पत्र लेखन कार्यशाला)” भी शामिल होगी, जिसमें प्रतिभागियों को इस क्षेत्र में योगदान देने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान किए जाएंगे।

प्रमुख वक्ता और उनके विचार

संगोष्ठी में निम्नलिखित प्रमुख वक्ता अपने अनुभव और ज्ञान साझा करेंगे:

  • डॉ. वी. एम. काटोच: चिकित्सा विज्ञान में अनुसंधान प्राथमिकताएँ और विकसित भारत के दृष्टिकोण से उनका महत्व।
  • प्रोफेसर राजेंद्र के अनायथ: NEP 2020 के संदर्भ में उच्च शिक्षा में आत्मनिर्भरता (लचीलापन) कैसे लाएं।
  • प्रोफेसर विनय कुमार कपूर: मौखिक प्रस्तुति कैसे तैयार करें और दें।
  • प्रोफेसर हेमंत मल्होत्रा: शोध पत्र कैसे प्रस्तुत करें और कहां प्रस्तुत करें।
  • डॉ. अनंत नारायण भट्ट: चिकित्सा और जैवचिकित्सा क्षेत्रों में शोध पत्र कैसे लिखें।

राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजकों की टीम

  • आयोजन अध्यक्ष:
    • प्रोफेसर गजेंद्र पाल सिंह (प्रांत मंत्री, भारतीय शिक्षा मंडल, जयपुर प्रांत और प्राचार्य, यूनिवर्सिटी महाराजा कॉलेज, जयपुर)
    • डॉ. दीपक महेश्वरी (प्राचार्य और नियंत्रक, SMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जयपुर)
  • आयोजन सचिव:
    • डॉ. मुकेश शर्मा (राज्य समन्वयक, VIVIBHA युवा गतिविधि प्रमुख, BSM, जयपुर प्रांत)
    • डॉ. भारती मल्होत्रा (अतिरिक्त प्राचार्य, SMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जयपुर)

पंजीकरण और स्थान

संगोष्ठी में भाग लेने के लिए पंजीकरण आवश्यक है। इच्छुक व्यक्ति नीचे दिए गए लिंक पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं: पंजीकरण लिंक

संगोष्ठी हाइब्रिड मोड में आयोजित की जाएगी, और इसका स्थान Lecture Theatre 3, Academic Block, SMS मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जयपुर होगा।

यह राष्ट्रीय संगोष्ठी चिकित्सा पेशेवरों, शिक्षकों, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है, जो इन क्षेत्रों की भूमिका को समझने और शोध पत्र लेखन कौशल में सुधार करने का अवसर प्रदान करती है।

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